ईश्वर पुरुषों को बनाता है, हम सज्जन बनाते हैं
"ईश्वर पुरुषों को बनाता है, हम सज्जन बनाते हैं" यह वाक्य आनंद टेक्निकल इंस्टीट्यूट के दृष्टिकोण और उद्देश्य को बहुत ही सुंदर तरीके से व्यक्त करता है। जहां मनुष्य का निर्माण ईश्वर की रचना है, वहीं उसे एक सज्जन, यानी एक सुसंस्कृत और मूल्यवान व्यक्ति बनाने का कार्य हमारी जिम्मेदारी है।
इस विचार का महत्व
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ईश्वर की रचना:
- हर व्यक्ति ईश्वर की अनमोल रचना है, और उसे कई विशेषताओं और क्षमताओं के साथ जन्म दिया गया है।
- यह जीवन और मानवता का मूल रूप है, जो करुणा, सहानुभूति और ईमानदारी का प्रतीक है।
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सज्जन बनने की प्रक्रिया:
- सज्जन बनना केवल एक शारीरिक या तकनीकी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह मानसिक, नैतिक और भावनात्मक विकास की यात्रा है।
- इसे शिक्षा, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के माध्यम से विकसित किया जाता है।
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आनंद टेक्निकल इंस्टीट्यूट की भूमिका:
- हमारा उद्देश्य छात्रों को न केवल तकनीकी कौशल प्रदान करना है, बल्कि उनके चरित्र और व्यक्तित्व का भी निर्माण करना है।
- हम उन्हें सिखाते हैं कि कैसे अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए भी करें।
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सज्जन व्यक्ति के गुण:
- सज्जन व्यक्ति में ईमानदारी, शिष्टाचार, आत्म-अनुशासन और दूसरों के प्रति करुणा का समावेश होता है।
- यह व्यक्ति न केवल अपने क्षेत्र में कुशल होता है, बल्कि समाज में एक आदर्श नागरिक भी बनता है।
आनंद टेक्निकल इंस्टीट्यूट में शिक्षा का उद्देश्य
आनंद टेक्निकल इंस्टीट्यूट का विश्वास है कि शिक्षा केवल एक पेशा सीखने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह व्यक्ति को एक बेहतर इंसान बनने में मदद करनी चाहिए।
हम अपने छात्रों को कौशल, आत्मविश्वास और नैतिकता के साथ सुसज्जित करते हैं, ताकि वे न केवल अपने करियर में सफल हों, बल्कि एक सच्चे सज्जन भी बनें।
📍 पता: पकड़ी चौक, मायादेवी-01, कपिलवस्तु, 32800
📞 फोन: +977-9701440813
📧 ईमेल: anandofficial01@gmail.com
🌐 वेबसाइट: www.ati.info.np
आनंद टेक्निकल इंस्टीट्यूट में, हम न केवल पेशेवर कौशल सिखाते हैं, बल्कि सज्जनता और मानवता के मूल्यों को भी विकसित करते हैं।

